Sunday, September 4, 2011

Aarti 1 - श्री गणेश जी की आरती

जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा .
   माता जाकी पार्वती पिता महादेवा ..

एक दन्त दयावन्त चार भुजाधारी
माथे पर तिलक सोहे मूसे की सवारी .
पान चढ़े फूल चढ़े और चढ़े मेवा
लड्डुअन का भोग लगे सन्त करें सेवा ..

   अंधे को आँख देत कोढ़िन को काया
   बाँझन को पुत्र देत निर्धन को माया .
 
  ' सूर' श्याम शरण आए सफल कीजे सेवा 
    माता जाकी पार्वती पिता महादेवा ..

   जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा ..
 
        माता जाकी पार्वती पिता महादेवा ..

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