Friday, September 16, 2011

Gurudev Bhajan 2 - थोडा ध्यान लगा

थोडा ध्यान लगा, थोडा ध्यान लगा 
गुरुवर दौड़े दौड़े आयेंगे, थोडा ध्यान लगा 
थोडा ध्यान लगा, गुरुवर दौड़े दौड़े आयेंगे
तुझे गले से लगायेंगे 

अखियाँ मन की खोल, अखियाँ मन की खोल
तुझको दर्शन वो कराएँगे, अखियाँ मन की खोल
अखियाँ मन की खोल, तुझको दर्शन वो कराएँगे
तुझे गले से लगायेंगे

१) हैं राम रमैया वो, हैं कृष्ण कन्हैया वो 
     वही मेरा ईश है 
     सत्कर्म राहों पर, चलना सिखाते जो 
     वही जगदीश है   हो ssss
     प्रेम से पुकार,  प्रेम से पुकार
     तेरे पाप वो जलाएंगे,  प्रेम से पुकार
      प्रेम से पुकार,  तेरे पाप वो जलाएंगे
     तुझे गले से लगायेंगे

२) किरपा की छाया में, बैठाएंगे तुझको 
     कहाँ तुम जाओगे 
    उनकी दया दृष्टि, जब जब पड़ेगी तुम 
    ये भव तर जाओगे    हो ssss
    ऐसा है विश्वास, ऐसा है विश्वास
    मन में ज्योत वो जगायेंगे, ऐसा है विश्वास
    ऐसा है विश्वास, मन में ज्योत वो जगायेंगे
    तुझे गले से लगायेंगे

३) मुनियों ने ऋषियों ने, गुरु शिष्य महिमा का 
    किया गुणगान है 
    गुरुवर के चरणों में, झुकती सकल सृष्टि 
    झुके भगवान् हैं    हो ssss
    महिमा है अपार, महिमा है अपार 
    सत की राह वो दिखायेंगे, महिमा है अपार
    महिमा है अपार, सत की राह वो दिखायेंगे
    तुझे गले से लगायेंगे 

No comments: